Prashant Pimpalkar : गायन में पिता-पुत्री की जोड़ी का धमाल
महाराष्ट्र के छोटे से कस्बे देवली के निवासी Prashant Pimpalkar और उनकी सुपुत्री सृष्टि प्रशांत पिपंलकर गायन के क्षेत्र में पिता – पुत्री की ऐसी जोड़ी है जो गरीबी रेखा से नीचे का जीवन जीते हुए भी अपनी प्रतिभा की धूम मचा रहे हैं. भजन हो या देशभक्ति गीत, गजल हो या फ़िल्मी गीत, हर एक को स्वर देने में माहिर है.
पिता भाऊ राव जी व माता विमल बाई के सुपुत्र Prashant Pimpalkar पारिवारिक परिस्थिति के कारण शिक्षा में 10वीं पास के बाद आगे नहीं पढ़ सके. प्रशांत पिंपलकर बचपन से ही सिंगिंग में आगे रहते हैं. इसी रूचि के कारण अपने पीछे अपनी बेटी को भी संगीत में पारंगत बना दिया है. इनकी पुत्री सुश्री सृष्टि पिप्पलकर, भावगीत, भक्ति गीत, सिने गीत, ग़ज़ल, देवी महिमा, देशभक्ति गीत लगनप्रसंगी, वास्तुपुजा, जन्मदिन, स्वागत आदि प्रत्येक कार्यक्रम में पिता के साथ समां बांधते नज़र आती है.
प्रशांत पिपंळकर बेटी के साथ मिलकर शादियों की पार्टियों में गाते हैं. स्वरधारा कलासंच देवली द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भी प्रस्तुति देते हैं. फेसबुक पर लाइव भी करते हैं. स्कूल के कार्यक्रमों में गीत गाने के अवसर मिलने को अपने विकाश का कारण बताते हुए प्रशांत ने बताया – “स्कूल शिक्षा के साथ रचनात्मक प्रतिभा को विकसित करने का सशक्त माध्यम होता है. वहां पर मुझे मेरी रूचि के अनुसार संगीत में आगे बढ़ने का अवसर मिला. उस अवसर ने आज मेरे लिए कमाई का जरिया पैदा कर दिया है.
बेटी लेती रहती है प्रतियोगिताओं में भाग
क्षेत्र में आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में प्रशांत पिपंळकर अपनी बेटी सृष्टि पिपंळकर को भाग लेने के लिए प्रेरित करते रहते हैं. सृष्टि भी अपने पिता की भावना को समझ कर प्रतियोगिताओं के लिए पुरुषार्थ करती है. प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय स्थान भी प्राप्त करती है. फ़िलहाल ही एक प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया. जहाँ पर उसे सर्टिफिकेट प्रदान किया गया.
Prashant Pimpalkar को मिले सर्टिफिकेट पर एक नज़र